जय सिया राम। हर हर महादेव।
धरà¥à¤® की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ संपूरà¥à¤£ विशà¥à¤µ का कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ à¤à¤•à¤®à¤¾à¤¤à¥à¤° उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ है।
हिनà¥à¤¦à¥‚ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° à¤à¤•à¤¤à¤¾ परिषद टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के मà¥à¤–à¥à¤¯ रà¥à¤ª से तà¥à¤°à¤¿à¤¸à¥‚तà¥à¤°à¥€à¤¯ विजन है, जो डाकà¥à¤¯à¥‚मेटेड है:
शिकà¥à¤·à¤¾, सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ और सहयोग
पहला सूतà¥à¤° शिकà¥à¤·à¤¾ है:
हिनà¥à¤¦à¥‚ समाज को उसके अपने समृदà¥à¤§ साहितà¥à¤¯ का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ कराना, साहितà¥à¤¯ के अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤—त वेद , पà¥à¤°à¤¾à¤£,जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤· और लà¥à¤ªà¥à¤¤ होती वैदिक गणित और ललित कलाओं का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° ,पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° करना, यà¥à¤µà¤¾ पीढ़ी को इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की शिकà¥à¤·à¤¾à¤“ं में निपà¥à¤£ बना कर सनातन धरà¥à¤® की उचà¥à¤šà¤¤à¤® परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤“ं को अकà¥à¤·à¥à¤£à¥à¤£ रखना हमारा पहला विज़न है।
दूसरा सूतà¥à¤° सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ है:
इसके अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤—त हिनà¥à¤¦à¥‚ समाज की महिलाओं,, यà¥à¤µà¤¾à¤“ं की सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ को विशेष रà¥à¤ª से मजबूत करने हेतॠजागरà¥à¤•à¤¤à¤¾ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® आयोजित करना,,शसà¥à¤¤à¥à¤° शिकà¥à¤·à¤¾ सीखने और आतà¥à¤®à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ की कलाà¤à¤‚ सीखने हेतॠकारà¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¤¾à¤à¤‚ चलाना पà¥à¤°à¤®à¥à¤– हैं लव जिहाद और मतांतरण से बचना और बचाना, दोनों सीखना और सिखाना इसमें निहित है।
तीसरा सूतà¥à¤° सहयोग है:
हिनà¥à¤¦à¥‚ समाज में आपसी मतà¤à¥‡à¤¦ मिटा कर, जातिà¤à¥‡à¤¦ से परे समाज की संरचना करना, समाज के सà¤à¥€ वरà¥à¤—ों के साथ संवाद सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ जातिवाद मà¥à¤•à¥à¤¤ हिनà¥à¤¦à¥‚ समाज बनाना,हिनà¥à¤¦à¥‚ समाज से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ किसानों, कामगारों,,वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚,शिकà¥à¤·à¤•à¥‹ ,सामाजिक कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ ओं और पà¥à¤°à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ के साथ विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ आयोजन,, कारà¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¤¾à¤“ं और सतत समà¥à¤ªà¤°à¥à¤• को बनाते रखते हà¥à¤, सामाजिक à¤à¤µà¤‚ आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सहयोग सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करना। उपरोकà¥à¤¤ तà¥à¤°à¤¿à¤¸à¥‚तà¥à¤°à¥€à¤¯ विजन हेतॠटà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ है।